Thursday, November 1, 2007

कार्टून ( बामुलाहिजा ) मांगते रहो

कार्टून ( बामुलाहिजा ) मांगते रहो

6 comments:

ghughutibasuti said...

वाह ! बहुत सही कहा ।
घुघुटी बासूती

ALOK PURANIK said...

इन परमानेंट मंगतों से पब्लिक पनाह मांगती है जी।

Gyan Dutt Pandey said...

इनकी समृद्धि का राज : मांगते रहो! अगर कुर्सी न मिले तो फिर टिकट मांगो!

Udan Tashtari said...

लोकतंत्र ने इन बेचारों को भिखमंगा बना कर रख छोड़ा. हद है भाई... :)

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत बढिया!

Sagar Chand Nahar said...

बहुत बुरी बात है कीर्तेश भाई,
बेचारे नेता!
सब इनकी खिंचाई करते हैं किसी को इन मंगतों की दया नहीं आती। :)
॥दस्तक॥
गीतों की महफिल